नई दिल्ली : संसद के नवनिर्मित भवन का निर्माण पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को पीएम मोदी से भेंट करके उनसे इस भवन का लोकार्पण करने का आग्रह किया है जिस पर पीएम मोदी ने स्वीकृति दे दी है.
28 मई को भवन के लोकार्पण की तारीख तय की गई हैं.
संयोग से 28 मई को वीर सावरकर की जयंती भी है.
विदित हो कि 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया था. संसद का नया भवन गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 जबकि राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है. दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैम्बर में ही आयोजित होगा, जिसमें 1280 सांसद एक साथ बैठ सकेंगे.
बता दें कि संसद के वर्तमान भवन मैं लोकसभा में 550 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था है.
संसद की पुरानी बिल्डिंग 1927 में बनकर तैयार हुई थी और तकरीबन 100 साल पुरानी हो चुकी हैं, नई जरूरतों को देखते हुए पुरानी बिल्डिंग अब उपयुक्त नहीं रह गई थी क्योंकि जगह कम होने के चलते सांसदों को न सिर्फ बैठने में दिक्कत हो रही थी बल्कि पुरानी इमारत में आधुनिक सुविधाओं और तकनीक का अभाव भी है. इसी के चलते संसद के दोनों सदनों लोकसभा तथा राज्यसभा ने 5 अगस्त, 2019 को सरकार से संसद के नए भवन का निर्माण कराने का आग्रह किया था.
संसद का नवनिर्मित भवन जहां एक और भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और अधिक समृद्ध करने का कार्य करेगा, वहीं अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस भवन में सदस्यों को अपने कार्यों को और बेहतर तरीके से निष्पादित करने में भी सहायता मिलेगी.
नरेन्द्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बन रहे नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने किया है जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हाल, सांसदों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थल बनाया गया है.
नया संसद भवन पूरी तरह से भूकंपरोधी होगा और इसमें लेटेस्ट डिजिटल टेक्नोलॉजी पर काम हुआ हैं. नए संसद भवन के लिए यह प्रोजेक्ट टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने तैयार किया है. HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने इस नए भवन का डिजाइन तैयार किया है.
नया संसद भवन कुल 64,500 वर्ग मीटर एरिया में बना हैं. यह इमारत 4 मंजिला हैं. नए संसद भवन को बनाने में प्रारंभिक खर्च 971 करोड़ रुपये था. नए संसद भवन में जाने के 6 रास्ते हैं. एक एंट्रेंस पीएम और प्रेसिडेंट के लिए हैं. एक लोकसभा के स्पीकर, एक राज्य सभा के चेयरपरसन, सांसदों के प्रवेश के लिए 1 एंट्रेंस और 2 पब्लिक एंट्रेंस हैं. नई बिल्डिंग में एक बड़ा कॉस्टीट्यूशन हॉल हैं, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत की झलक हैं.
नए संसद भवन में कुल 120 आफिस हैं. जिसमें कमिटी रूम, मिनिस्ट्री आफ पार्लियामेंट्री अफेयर्स के आफिस, लोक सभा सेक्रेट्रिएट, राज्य सभा सेक्रेट्रिएट, पीएम आफिस आदि हैं.
नए संसद भवन में भवन में फर्नीचर्स पर स्मार्ट डिस्प्ले हैं, वोटिंग में आसानी के लिए बायोमीट्रिक सिस्टम हैं, ट्रांसलेशन सिस्टम खास आकर्षण हैं, जिससे हर भाषा की स्पीच को हर सांसद समझ सके.
यह भवन आत्मनिर्भर भारत का उत्कृष्ट उदाहरण हैं.
नए संसद भवन का लोकार्पण 28 मई को पीएम मोदी करेंगे, आत्मनिर्भर भारत का उत्कृष्ट उदाहरण हैं नया संसद भवन
byDailybhawanitimes
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